इन्सर्ट टैब (Insert Tab) के अन्दर आने
वाले ग्रुप
Pages Group
Cover Page: जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हमारी किताबों के ऊपर कवर होता है डिजाइन दार कवर होता है इसी प्रकार कॉपी पर भी डिजाइन दार कवर होता है इसी तरह वर्ल्ड में भी हमें कवर पेज की सुविधा मिली है जिसके द्वारा हम किसी भी फाइल का प्रथम पेज जिसे हम कवर पेज बोलते हैं वह बना सकते हैं जिससे कि जब कभी हम अपने डेटा का प्रिंट आउट निकाल ले तो उसका एक सुंदर सा कवर पेज हो जो हम इस कवर पेज ऑप्शन में बना सकते हैं
Blank Page: ब्लैंक पेज ऑप्शन का प्रयोग इसलिए किया जाता है कि यदि हमने बहुत सारा डाटा लगातार लिख दिया और बीच में कुछ डाटा हमसे छूट गया यदि हम को उस डाटा को डालना है तो हमें एंटर मारकर page में जगह खाली करनी पड़ती है जिससे कि हमारा नीचे का डाटा बिगड़ जाता है इसके लिए हमें ब्लैंक पेज की सुविधा मिली है जहां पर भी हमको डाटा टाइप करना है उस जगह हम क्लिक करके ब्लैंक पेज ऑप्शन लेते हैं जिससे कि हमारे सामने एक खाली पेज आ जाता है उस पेज पर हम कुछ भी टाइप करते हैं या कोई भी डाटा टाइप करते हैं तो हम यह देख सकते हैं कि हमारा नीचे का डाटा बिल्कुल भी खराब या डिस्टर्ब नहीं होता है इसलिए हम ब्लैंक पेज ऑप्शन का प्रयोग करते हैं
Page Break: यदि हम किसी पेज पर लगातार डाटा लिखते चले जाते हैं और बाद में हमें यह ध्यान में आता है कि कुछ डाटा हमको दूसरे पेज पर चाहिए था परंतु हम एक ही पेज पर लिख गए तो इस स्थिति में हम जहां से हमको डाटा दूसरे पेज पर लेना है वहां पर कर्सर(Cursor) को ले जाकर क्लिक करेंगे उसके बाद पेज Break ऑप्शन को सिलेक्ट करेंगे इस प्रकार जहां से हमने कर्सर(Cursor)को क्लिक किया था वहां से जितना भी डाटा है वह नेक्स्ट पेज पर चला जाएगा इस प्रक्रिया को पेज ब्रेक कहते हैं
Table Group
Table: टेबल बनाने के लिए हम कुछ रो (Rows) और कॉलम(Columns) तैयार करते हैं और इन रो और कॉलम से जो बॉक्स तैयार होता है उसे सेल बोलते हैं जब कई सारे रो और कॉलम मिलकर कई सारे बॉक्स(Cell) बनाते हैं तो वह टेबल कहलाती है रो और कॉलम को बढ़ाने के लिए हम Keyboard पर Tab का इस्तेमाल भी कर सकते हैं जैसे ही हम टेबल पर क्लिक करेंगे तो एक डिजाइन टैब(Design tab) खुलता है
डिजाइन टैब(Design tab) में क्लिक करने पर हमें ड्रॉ टेबल (Drae table) ऑप्शन मिलता है जिसके द्वारा हम टेबल का निर्माण कर सकते हैं और इसमें Eraser बटन भी होता है जिसके द्वारा अगर हम गलती से कोई टेबल बना गए तो उसे मिटा भी सकते हैंयदि टेबल में हमें शेडिंग भी डालनी है तो हम उसके लिए शेडिंग ऑप्शन का प्रयोग करते हैं यदि हमें टेबल की बॉर्डर बदलनी है तो उसके लिए हम बॉर्डर ऑप्शन भी ले सकते हैं और यदि टेबल में हमें रंग-बिरंगे स्टाइल डालने हैं तो उसके लिए हम टेबल स्टाइल भी ले सकते हैंLayout tab: लेआउट ऑप्शन में हम सेल के मार्जिंस को सेट कर सकते हैं सेल के टेक्स्ट डायरेक्शन को भी चेंज कर सकते हैं बराबर बराबर भागों में रो और कॉलम को सेट कर सकते हैं इसके अलावा इसमें स्प्लिट टेबल भी होती है जिसके द्वारा हम जहां से चाहे टेबल को दो भागों में अलग-अलग विभाजित कर सकते हैं इसी प्रकार स्प्लिट सेल में हम सेलों को विभाजित कर सकते हैं इसके अलावा मर्ज सेल में किसी भी दो तीन चार या पांच जितने हम चाहें उतने सेल्स को आपस में जोड़ सकते हैं इसी में रो एंड कॉलम ऑप्शन में हम इंसर्ट राइट ऑप्शन पर क्लिक करेंगे तो टेबल के राइट साइड में खाली सेल आ जाएंगे इसी प्रकार इंसर्ट लेफ्ट में लेफ्ट साइड में खाली सेल आ जाएंगे और इंसर्ट बिलो(insert Below) में नीचे की तरफ खाली सेल आ जाएंगे और इंसर्ट above में ऊपर की तरफ टेबल में खाली सेल आ जाएंगे और अंत में डिलीट ऑप्शन है जिसमें हम किसी भी सेल को टेबल में से सेलेक्ट करके डिलीट(delete) कर सकते हैं अर्थात मिटा सकते हैं
Illustrations Group
Picture: इस ऑप्शन में हम पेज पर फोटो
ला सकते हैं जब पेज पर फोटो आ जाता है तब फोटो पर क्लिक करने पर एक नया टैब हमारे सामने
प्रस्तुत होता है जो फॉर्मेट टैब कहलाता है
फॉर्मेट टैब: इसमें हम फोटो को Crop कर सकते हैं अर्थात जितना भी फोटो हमको चाहिए या फोटो में जो भी चीज हमको रखना है उसे हम रख सकते हैं अरेंज ऑप्शन में हम फोटो को टेक्स्ट के ऊपर भी ला सकते हैं इन फ्रंट ऑफ़ टेक्स्ट के द्वारा और फोटो को टेक्स्ट के पीछे भी ले जा सकते हैं बिहाइंड टेक्स्ट के द्वारा जब हम अरेंज ऑप्शन को अप्लाई करते हैं उसके बाद फोटो की पोजीशन को हम पेज के किसी भी हिस्से में सेट कर सकते हैं इसके अलावा पिक्चर स्टाइल में हम फोटो के picture shape को बदल सकते हैं फोटो के बॉर्डर को बदल सकते हैं और पिक्चर में आने वाले इफेक्ट्स को भी बदल सकते हैं इसी फॉर्मेट टैब में अर्जेस्ट(adjust) ऑप्शन में हम फोटो को कंप्रेस(compress) कर सकते हैं और चेंज पिक्चर ऑप्शन से फोटो को बदल भी सकते हैं इसके अलावा रीसेट पिक्चर ऑप्शन से फोटो अपने ओरिजिनल साइज में आ जाता है इसके अलावा ब्राइटनेस, कॉन्ट्रास और रिकलर(recolor) ऑप्शन से हम फोटो के कलर को सेट कर सकते हैं
क्लिप आर्ट (Clip
art): क्लिप आर्ट में
हम सभी प्रकार के कार्टूंस ले सकते हैं जिन्हें पेज पर जिस जगह चाहे उस जगह सेट कर
सकते हैं माइक्रोसॉफ्ट ने क्लिप आर्ट में पेज पर कार्टूंस डालने की सुविधा प्रदान की
है
शेपस (Shapes): शेपस में हम किसी भी प्रकार
की आकृति को डाल सकते हैं जैसे लाइंस, बेसिक शेप्स ,black arrows , फ्लोचार्ट, कॉल
आउट (Callouts) , स्टार्स एंड बैनर्स आदि सभी प्रकार के आकृतियों का हम प्रयोग कर सकते
हैं इसके अलावा न्यू ड्रॉइंग कैनवास भी दिया गया
है जिसमें हम अपनी इच्छा अनुसार कोई विशेष आकृति भी तैयार करके डाल सकते हैं
स्मार्टआर्ट ग्राफिक्स (SmartArt ): जानकारी संचारित(communicate) करने के लिए SmartArt ग्राफ़िक का प्रयोग किया जाता है स्मार्टआर्ट ग्राफिक्स ग्राफिकल लिस्ट से लेकर डायग्राम और प्रोसेस कॉम्प्लेक्स से लेकर अधिकजटिल ग्राफिक्स जैसे कि वेन डायग्राम(Venn diagrams) और ऑर्गनाइजेशन चार्ट(organization chart) तक तैयार किये जाते है इसमें हम वंश का चार्ट भी बना सकते हैं इसके अलावा वाटर साइकिल भी बना सकते हैं खाद चक्र भी बना सकते हैं एवं जानवरों की जन्म और मृत्यु की साइकिल भी बना सकते हैं इस प्रकार हम कई प्रकार के चार्ट और डायग्राम इसमें तैयार कर सकते हैं और उन्हें डिजाइन भी दे सकते हैं इसमें कई प्रकार के डायग्राम तैयार किए जा सकते हैं जैसे लिस्ट, प्रोसेस, साइकिल, Hierarchy, रिलेशनशिप, मैट्रिक्स, पिरामिड आदि कई प्रकार के डायग्राम तैयार कर सकते हैं
ग्राफ (Chart): इसमें हम कई प्रकार के ग्राफ तैयार कर सकते हैं जैसे कि हमें किसी भी चीज का या किसी भी sheet का कोई ग्राफ तैयार करना है तो उसे तैयार करने के लिए हमें अलग-अलग प्रकार के ग्राफ बनाने होते हैं वह सभी प्रकार के ग्राफ हमें चार्ट में प्राप्त होते हैं जैसे कॉलम चार्ट, लाइन चार्ट ,पाई चार्ट(pie chart), bar चार्ट, एरिया(area), स्टॉक(stock),सरफेस(surface),बबलचार्ट (bubble chart),रडार(Radar) आदि कई प्रकार के चार्ट अर्थार्थ ग्राफ हम इसमें तैयार कर सकते हैं
Links Group
हाइपरलिंक (Hyperlink): हाइपरलिंक तैयार करने के लिए सर्वप्रथम हम पेज पर उस शब्द को सिलेक्ट करेंगे जिससे हम किसी दूसरी फाइल को कनेक्ट करना याने जोड़ना चाहते हैं उस टेक्स्ट को सिलेक्ट करने के बाद हम हाइपरलिंक बटन पर क्लिक करेंगे तो हमारे सामने एक विंडो खुलेगी उस विंडो में हम उस जगह का एड्रेस डालेंगे जहां वह फाइल सेव है उस फाइल को सेलेक्ट करने के बाद ओके(ok) का बटन दबाएंगे अब हम देखेंगे कि जो टेक्स्ट याने शब्द हमने सेलेक्ट किया था वह नीले कलर का हो गया है अर्थात उस नीले शब्द से वह फाइल कनेक्ट हो गई है अब हमें यदि वह फाइल खोलनी है तो हम कंट्रोल का बटन दबाकर उस नीले शब्द पर क्लिक करेंगे ऐसा करते ही जो लिंक हमने बनाया था वह फाइल वाला लिंक हमारे सामने खुल जाएगा इस प्रकार हाइपरलिंक कार्य करता है
बुकमार्क Bookmark: यदि हमें कुछ सिलेक्टेड पेजों पर सीधे ही पहुंचना है या उन पेजो में कुछ ठीक करना है तो हम उसके लिए बुकमार्क का प्रयोग करते हैं मान लीजिए कि पेज नंबर 1,5, 10, 16, 19, 25,28 इस प्रकार से हमको उन पेजो के ऊपर जाना है तो हम प्रत्येक पेज पर जाकर के उसके प्रथम नाम को सेलेक्ट करके बुकमार्क पर क्लिक करेंगे फिर बुकमार्क में भी वही नाम टाइप करेंगे उसके बाद ऐड(Add) बटन पर क्लिक कर देंगे इस प्रकार से प्रत्येक पेज पर जा करके उसका नाम लिख करके और उसे बुकमार्क में ऐड करते जाएंगे अब हम जिन जिन पेजो का बुकमार्क देखना चाहते हैं तो बुकमार्क पर जा करके जो भी नाम हम सिलेक्ट करेंगे उसको सेलेक्ट करने के बाद गोटू(Goto) पर क्लिक करेंगे इस प्रकार जब जब हम कोई सा भी पेज सेलेक्ट करेंगे और गोटू(Goto) करते जाएंगे हम उस पेज पर सीधे ही पहुंचते जाएंगे इस प्रकार बुकमार्क कार्य करता है
क्रॉस रेफरेंस (Cross-Reference): मान लीजिए कि हम पेज नंबर एक पर हैं और यदि हमारे बॉस ने हमसे बोला के पेज नंबर 500 पर एक डाटा(data) है जिसे पेज नंबर एक से मैच करना है ऐसी स्थिति में हम पेज नंबर 1 से पेज नंबर 500 पर कैसे पहुंचेंगे उसके लिए वर्ल्ड ने क्रॉस रेफरेंस सुविधा दी है इसे इस प्रकार करते हैं सबसे पहले हम पेज नंबर एक पर कोई भी नाम लिखकर उसकी हेडिंग बना लेंगे और पेज नंबर 500 पर भी इसी प्रकार से नाम लिख कर उसकी हेडिंग बना लेंगे मान लीजिए पेज नंबर एक पर हमने राजेश लिखा और पेज नंबर 500 पर हमने नरेश लिखा अब हम राजेश के पेज पर नरेश का लिंक इंसर्ट करेंगे जिसे इंसर्ट करने के लिए हमें क्रॉस रेफरेंस पर क्लिक करके नरेश नाम की हेडिंग को सेलेक्ट करना होगा इस प्रकार नरेश नाम की हेडिंग राजेश के पेज पर इंसर्ट हो जाएगी और जब हम नरेश के पेज पर यानि 500 नंबर के पेज पर पहुंचना चाहते हैं तो नरेश के लिंक पर कंट्रोल दबाकर क्लिक करेंगे तो हम सीधे नरेश के पेज पर पहुंच जाएंगे इसी प्रकार नरेश के पेज पर हम राजेश का लिंक इंसर्ट करेंगे क्रॉस रेफरेंस पर क्लिक करके हम राजेश नाम का हेडिंग सिलेक्ट करेंगे और उस लिंक को हम नरेश के पेज पर इंसर्ट कर देंगे इस प्रकार दोनों पेज पर क्रॉस रेफरेंस का लिंक बन जाएगा और अब हम जिस पेज पर भी पहुंचना चाहते हैं उस पेज पर हम कंट्रोल का बटन दबाकर पहुंच सकते हैं जैसे कंट्रोल दबाकर हमने नरेश पर क्लिक करा तो नरेश के पेज पर पहुंच जाएंगे और नरेश के पेज पर जो राजेश का लिंक है कंट्रोल दबाकर जैसे ही राजेश के लिंक पर क्लिक करेंगे तो हम राजेश के पेज पर यानि पेज नंबर एक पर पहुंच जाएंगे इस प्रकार क्रॉस रेफरेंस कार्य करता है
Header & Footer Group
Header: header ऑप्शन में हम अपने पेज के सबसे ऊपर के हिस्से में कोई भी हेडिंग डाल सकते हैं जो हेडिंग हम पहले पेज पर डालते हैं वह हेडिंग हर पेज पर अपने आप आ जाती है पेज के सबसे ऊपर के हिस्से को हम header बोलते हैं
Footer: Footer ऑप्शन में हम पेज के
सबसे निचले हिस्से में कोई भी टॉपिक लिख सकते हैं जो भी टॉपिक हम पेज में सबसे नीचे
लिखते हैं उसे फुटर बोलते है पेज के नीचे footer में जो भी कुछ हमने लिखा होता है वह
फिर प्रत्येक पेज पर अपने आप footer में लिखा हुआ आता है
Page Number: इस कमांड का प्रयोग डॉक्यूमेंट के पेज को नंबरिंग करने के लिए किया जाता है जब आप इस कमांड पर क्लिक करेंगे तो उसके सामने कई विकल्प दिखाई देते है जैसे टॉप आफ पेज, बॉटम आफ पेज, पेज मार्जिन, करंट पोजीशन, format page number इस तरह पेज को नंबरिंग(Numbering) कर सकते हैं जहां आप चाहते हैं और यदि आप पेज नंबरिंग को हटाना चाहते हैं तो यहीं से उसको रिमूव कर सकते हैं यानि हटा सकते. हैं
Text Box: टेक्स्ट बॉक्स ऑप्शन में हम टेक्स्ट किसी भी स्टाइल वाले बॉक्स में लिख सकते हैं यदि हमें पेज में पूरा एक तरफ लंबे में लिखना है या किसी कोने में कोई बॉक्स बनाना है या नीचे की तरफ कोई बॉक्स बनाना है तो पेज के किसी भी हिस्से पर हम टेक्सटबॉक्स लेकर उस हिस्से में कोई भी टेक्स्ट लिख सकते हैं
Word Art: वर्ड आर्ट में हम कई प्रकार के डिजाइन वाले टेक्स्ट लिख सकते हैं जैसे ही हम वर्ड आर्ट पर क्लिक करते हैं एक वर्ड आर्ट बॉक्स खुलता है जिसके अंदर हम जो भी डिजाइन सेलेक्ट करते हैं उस डिजाइन के अंदर हम टेक्स्ट को लिख सकते हैं
Drop Cap: इस ऑप्शन का प्रयोग डॉक्यूमेंट के पेज में लिखे गए टेक्स्ट का पहला अक्षर या किसी शब्द का पहला अक्षर काफी बड़ा रखना चाहते हैं तो वह कार्य ड्रॉप कैप ऑप्शन के द्वारा किया जाता है जब भी आप कोई न्यूज़ पेपर देखते हैं तो जब किसी सूचना की शुरुवात होती है तो हम देखते है कि पहला अक्षर काफी बड़ा होता है वही बड़ा अक्षर ड्रॉप कैप कहलाता है
Signature Line: इस ऑप्शन का प्रयोग आप अपने डॉक्यूमेंट के पेज में अपना सिग्नेचर लाइन लगाना चाहते हैं अर्थात इंसर्ट करना चाहते हैं इस ऑप्शन के द्वारा आसानी से कर सकते हैं जब आप इस कमांड पर क्लिक करेंगे तो एक विंडो ओपन होगा जिस पर आप ओके बटन क्लिक करें तो सिग्नेचर सेटअप का एक विंडो ओपन होगा और सिग्नेचर लाइन में आप अपना नाम लिखें अपना एड्रेस लिखें अपना ईमेल एड्रेस लिखें उसके बाद ओके (ok)बटन पर क्लिक करें तो हम देखेंगे की सिग्नेचर लाइन डॉक्यूमेंट के पेज में आ गया है जिसमे हमारी सारी डिटेल एक लाइन के नीचे दिखाई देती है